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सामान्य विवरण
टांगों की दीर्घकालिक शिरापरक अपर्याप्तता के बढ़ते रहने का सबसे गंभीर परिणाम होता है टाँगों का एक शिरापरक अल्सर। यह फिर से हो जाते हैं और इनका ठीक होना मुश्किल होता है। ये अक्सर टाँगों के भीतर की तरफ़ (मीडियल साइड) टखनों के ऊपर प्रकट होते हैं। ये छिछले और दर्दभरे होते हैं और निचली टाँगों में अत्यधिक सूजन के रूप में नज़र आते हैं। शिरापरक अल्सरों के ठीक होने में और इनको दोबारा होने से रोकने में संपीड़न की एक अहम भूमिका होती है। स्टेमर के सिद्धांत के अनुसार, “दीर्घकालिक शिरापरक अपर्याप्तता वाले रोगियों में अल्सर को ठीक करने के लिए टखने पर 40 एमएमएचजी के बाहरी दबाव की आवश्यकता होती है।” जब अल्सर ठीक हो जाता है, तो रोगी को डॉक्टर की सिफारिश के अनुसार कम-से-कम 30-40 एमएमएचजी की कम्प्रेशन स्टॉकिग्स (संपीड़न प्रदान करने वाले स्टॉकिंग्स) को पहने रखना जारी रखना चाहिए। इससे अल्सर दोबारा नहीं होते हैं। कम्प्रेज़ॉन अल्टिमा दो-परत की अल्सर स्टॉकिंग प्रणाली है जो टखने पर 40 एमएमएचजी का दबाव प्रदान करके घाव को ठीक करने की प्रक्रिया को तेज़ करती है और आरोग्य-प्राप्ति के समय को कम करती है। इससे रोगी अनुपालनता भी बेहतर हो जाती है। शिरापरक समस्याओं के उपचार के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जाने वाले क्रमिक संपीड़न थेरेपी के सिद्धांत के अनुसार इसे बनाया गया है।
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तकनीकी जानकारी
कम्प्रेज़ॉन अल्टिमा दो भागों का बना हुआ है
18 एमएमएजी की भीतरी लाइनिंग
इससे बाहरी स्टॉकिंग को आसानी से पहना जा सकता है
घाव की ड्रेसिंग को सुरक्षित रखती है
पहनने वाले को आराम प्रदान करती है
23-32 एमएमएचजी की बाहरी स्टॉकिंग
अतिरिक्त संपीड़न प्रदान करती है
घाव के ठीक होने की प्रक्रिया को तेज़ करती है
They together provide combined ankle pressure of 40mmHg.
The 23-32mmHg outer stocking is recommended for removal at night, but patient should wear the inner stocking during night.
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